Attitude Status in Hindi
उतना ही बोलो ज़ुबान से जितना सुन सको कान से
ये सच है कोई ख्वाब नहीं हम जैसा बनना कोई मज़ाक नहीं
अपनी औकात में रहना सीख बेटा… वर्ना जो हमारी आँखों में खटकते है,वो श्मशान में भटकते है
मर्द का जिगरा बड़ा होना चाहिए… मूछे तो बिलियों की भी बड़ी होती है
बन्दे के पास अगर जिगर हो तो बिना ट्रिगर के भी दुश्मनो की Watt लगायी जा सकती है
राहें बदले, या बदले वक्त , हम तो अपनी मँजिल पायेंगे, जो समझते है खुद को बादशाह, एक दिन उसे अपने दरबार में जरूर नचायेंगे
प्यार तो हम दोनों ने किया था पर मैंने बहुत किया था और उसने बहुतों से किया था
ज़हां से तेरी बादशाही खत्म होती है, वहां से मेरी नवाबी शुरु होती है,,,,,
जुबान मेरी कड़वी मगर दिल साफ है, कौन कब बदला सबका हिसाब है,,,,,
मैं गूंगा नही बस मौन हूं,बहुत जल्दी बताऊंगा मैं कौन हूं,,,,,
शरीफों की शराफत देखकर, साहब हमें तो गुरुर है अपने बुरे होने पर,,,,,
झूठी शान के परिन्दे ही ज्यादा फड़ फड़ाते है ,बाज की उड़ान में आवाज नही होती.,,,,,
शराफ़त का जमाना नही है माफ़ी मांग लो तो कमज़ोर समझ लेते हैं लोग.,,,,,
ज़िन्दगी को आसान नही खुद को मजबूत बनाना पड़ता है,,,,,
खुशनशीब है वो घर जिनके घर रिश्ते आते हैं,️ वरना हमारे घर सिर्फ वारंट ही आते हैं,,,,,
सामने बोला करो, पीठ पीछे तो कुत्ते भौंकते हैं.,,,,,
खौफ तो आवारा कुत्ते भी मचाते हैं,पर दहशत हमेशा शेर की रहती है.,,,,,
मुझे क्या डराएगा मौत का मंजर,हमने तो जन्म ही कातिलों की बस्ती में लिया है,,,,,
एक बात पूछनी है जमाने से कोन रोकेगा शेर को आने,,,,,
बहस करना पंसद नहीं मुझे इसलिये सीधा मुद्दे की बात करता हू,,,,,
बेटा झेल ना पाओगे मैं वो बला हूँ,,,,,
गाली तो हम देते नहीं है, अगर दी है तो "YOU DESERVE IT",,,,,
इश्क़ की बात मत करो जनाब, जले बैठे है..... खामखां गाली दे देंगे,,,,,
कर्म अच्छा हो या बुरा किए बिना तो कुछ नहीं होगा.,,,,,
वो कुत्तों का काम हैं, बेवजह भोंकते रहना.. शेर से सीखा है हमने, खामोशी से रहना.,,,,,
मुसीबत के दिन भी गुजरेंगे हंसी उड़ाने वालों के चेहरे भी उतरेंगे,,,,,
दुनिया प्यार से नहीं साहेब,दादागिरी से चलती है,,,,,
बादशाह नही, टाइगर हूँ मैं इसलिए लोग इज्ज़त से नही मेरी इजाज़त से मिलते है,,,,,
उसके दिल ❤️ को भी आधारकार्ड से जोड़ साहब, पता तो चले कितने खाते खुले हैं,,,,,
बस इतना बता दो की क्या चाहते हो, सच मे मोहब्बत है या सिर्फ वक्त बिताना चाहते हो,,,,,
हम माफ भी कर देते,पर चोट "आत्म-सम्मान" को लगी थी,,,,,
अभी तो नापी हैं मुट्ठीभर जमी हमनें..आगें अभी सारा आसमान बाक़ी हैं,,,,,
इतना भी सही नहीं नीयत का सही होना जनाब, यहाँ पर जो भी हैं सब थोड़े-थोड़े बुरे ही हैं,,,,,
गुरूर नहीं है मुझ में मगर ज़िद्दी कमाल का हूँ मैं,,,,,
वक्त अच्छे-अच्छों को झुकाता है और वक़्त सबका आता हैं,,,,,
जी भर के बदनाम हो गए, हक अदा हो गया जवानी का,,,,,
जानवर मार खा कर भी, वफादार है और इंसान प्यार पाकर भी गद्दार है💯,,,,,
विरासत में सिर्फ बाप की गद्दी मिलती है, बाप की बुद्धि नही,,,,,
अगर किरदार ऊंचा करना है, तो अपना हुनर दिखा औकात नही,,,,,
अंधेरों से कह दो बचपन गुजर चुका है अब तुझ से डर नहीं सुकून मिलता है,,,,,
फासला रखिये नहीं तो मोहब्बत हो जायेगी, फिर किसी की अम्मा नहीं मानेगी, किसी के अब्बा,,,,,
वक़्त ने थोड़ा सा साथ नहीं दिया तो लोगों ने 'काबिलियत' पर शक करना शुरू कर दिया ,,,,,
जमाने में आये हो तो जिने का हुनर भी रखना दुष्मनों का कोई खतरा नही बस अपनों पे नजर रखना,,,,,
दुश्मन से क्या डरना, शेर हूँ दुश्मन होना जायज़ है,,,,,
दोबारा पलटकर नहीं आऊँगा मैं, इतना गुरुर तो रखता हूँ जिंदगी में,,,,,
खामोशी से खेला गया खेल सबसे खतरनाक होता है,,,,,
हमारा 'वार' भी दिल पर और 'राज' भी दिल पर.,,,,,
ताश का जोकर और अपनों की ठोकर, अक्सर बाजी घुमा देते है ,,,,,
काश इंसान भी नोटों की तरह होता, रोशनी की तरफ करके देख लेते असली है या नकली,,,,,
हर किसी के हो जाएं इतने सस्ते थोड़ी हैं हम,,,,,
हमसे उलझना कुछ ऐसा है, जैसे बारूद के ढेर पर बैठकर चिंगारी से खेलना,,,,,
हैसियत का परीचय तब देंगे जब बात आत्मसन्मान की होगी ,,,,,
पैसों से हथियार खरीदें जाते है लाडले जिगरा नहीं,,,,,
दोस्ती करोगे तो बहुत खास है हम, दुश्मनी करोगे तो तुम्हारे भी बाप है हम,,,,,
खेल तो खेल गए आप अब अंजाम के लिए तैयार रहना,,,,,
हम वो खामोश समंदर है जिसके पहलू में तूफान पलते हैं,,,,,
अगर तुम बदमाश हो तो शरीफ हम भी नही,,,,,
बहुत देर कर दी तुमने लौटने में, रास्ता बदल चुका है मुसाफिर का,,,,,
काटने की औकात ना हो, तो भौकना भी मत,,,,,
इतनी औकात नही है तेरी जो बराबरी कर सके तू मेरी,,,,,
बुरे को सलाम अच्छे को परेशान वाह रे हरामी इंसान,,,,,
जलाओ वो शमा जिसे आँधी बुझा न सके, बनो वो चेहरा जिसे कोई मिटा न सके,,,,,
नफरतों का दौर तुम शुरू तो करो रण में कूदने की बैचेनी हमें भी हैं,,,,,
पढ़ते क्या हो आँखों में मेरी कहानी, Attitude में रहना तो आदत है मेरी पुरानी,,,,,
तुम्हारी अकड इस तरह से तोडूंगा सच कहता हूँ कहीं का नही छोडूंगा ,,,,,
एक राह के दो मुसाफिर, एक वफादार हे और एक शातिर,,,,,
सुन बेटा टेंसन में सिर्फ़ तु नहीं, तेरा पुरा ख़ानदान होगा,,,,,
बर्बाद कर देता है दोगला यार और झूठा प्यार..,,,,,
इश्क और इलेक्शन मे जो वादे होते है ना जनाब उसे हवाई फ़ायरिंग कहते है.,,,,,
मैं माफ़ कर देता हूँ पर भूलता नही हूँ,,,,,
खोटे सिक्के जो खुद चले नहीं बाजार में, वो भी कमियां खोज रहे है हमारे किरदार में,,,,,
हम वो हैं जो तुम कभी बन नहीं सकते,,,
दिल नरम दिमाग़ गरम बाकी सब ऊपरवाले का करम,,,,,
हम गरीब लोग है साहब अमीर होने के लिए जमीर नहीं बेचा करते,,,,,
हम भारी तो नहीं है जनाब फिर भी हल्के में ना लेना,,,,,
इंसान ही ऐसा एकमात्र प्राणी है, जिसका जहर दांतो में नहीं बातों में है ,,,,,
वक़्त ने बता दी लोगो की औकात वरना हम वो थे जो सबको अपना कहते थे,,,,,
जरूरत से ज्यादा इज्जत,और वक्त देने से लोग बदल जाते है,,,,,
दो कोड़ी का इश्क और मतलब का याराना, जिसे भी देखो साला पैसों💸 का दिवाना,,,,,
खैरात में मिली खुशी हमे पसंद नहीं हम गम में भी नवाबो की तरह रहते है,,,,,
कर्मा गया तेल लेने मेरे साथ बुरा करोगे तो मैं भी बुरा ही करूंगा,,,,,
भीड़ में पहचान बनाई जा सकती है तुम बस आगे रहना सीखो,,,,,
सवाल EGO का नही इज़्जत का है, कोई लहजा अगर बदले तो हम रास्ता बदल देते हैं,,,,,
खुद की तुलना नही करता मैं किसी और से, हमारे जैसा कोई और नहीं है इस दौर में,,,,,
हम वो Villan हैं जो, शराफत की उम्मीद तो खुद से भी नही रखते हैं,,,,,
डरती है दुनिया भी डराने वाला चाहिए, पत्थर दिल है मेरा… बस सामने टकराने वाला चाहिए,,,,,
हम वो है जो बात से जात और हरकतों से औकात नाप लेते हैं.,,,,,
गलतफहमी निकाल दो अपनी शरीफ़ सिर्फ चेहरा है हम नही.,,,,,
कोशिश इतनी है कोई रूठे ना हमसे, नजर अंदाज़ करने वालों से नजरें हम भी नही मिलाते,,,,,
अब हम ऐसा काम करेंगे जलने वाले भी सलाम करेंगे.,,,,,
काली जिंदगी काला काम है एक नाम है वो भी बदनाम है,,,,,
किस्मत की गुलामी नहीं करता मै अपनी मेहनत का नवाब हूं,,,,,
दुनिया से हमेशा आगे चलो वरना पीछे तो दुश्मन भी पडे है,,,,,
होते होंगे जमाने में अच्छे लोग भी मै तो बुरा हूं साफ कहता हूं,,,,,
रुकना हमें आता नही और झुकना कभी हमने सीखा नही,,,,,
बादशाह हे हम अपनी मर्जी के हाथ जोड़ना भी जानते है और तोड़ना भी,,,,,
जमाना वफादार नही है तो क्या हुआ धोखेबाज भी तो हमेशा अपने ही होते है,,,,,
अपनी औकात में रहना सीख बेटा.वर्ना जो हमारी आँखों में खटकते है, वो श्मशान में भटकते है,,,,,
मेरी पसंद है शांत रहना इसे मेरी कमज़ोरी मत समझना,,,,,
दुश्मनों से हमारी बात नही होती है, शेर के आगे कुत्ते की औकात नही होती है.,,,,,
तेरे जैसे कुत्ते सिर्फ भोकते है हम शेर है, खुले आम ठोकते हैं,,,,,
कभी-कभी घटिया लोगो का इलाज घटिया तरीके से ही करना पड़ता है,,,,,
अपना Attitude उस रिवॉल्वर की तरह है, जिसे देखते ही लोगों की फट जाती हैं.,,,,,
इरादे 'खतरनाक' हैं मेरे अगर बच गया तू तेरी किस्मत ,,,,,
सिर्फ जंगल छोड़ा है, याद रखना शेर तो आज भी हम ही है ,,,,,,
काम 25 हैं नाम 25 हैं मेरे जैसा एक तेरे जैसे 36 हैं,,,,,
अकेले हैं कोई गम नहीं जहाँ इज्जत नहीं वहाँ हम नहीं ,,,,,
अमीर तो नही हूँ लेकिन ज़मीर ऐसा रखता हूँ, जिसकी कोई बोली न लगा सके,,,,,
मेरा Attitude तो मेरी निशानी है, तु बता तुझे कोई परेशानी है ,,,,,
जिंदगी का असली मजा तो तब आता है, जब दुश्मन भी आपसे हाथ मिलाने को बेताब रहे,,,,,
एक दिन भी न निभा सकेंगे वो मेरा किरदार, वो जो लोग मुझे मशवरे देतें हैं हजार,,,,
मै अकेला जरूर हूँ पर अपने दिल का बादशाह हूँ,,,,
किरदार जो भी हो कहानी हसीन होनी चाहिए,,,,,
याद नही करोगे तो भुलाए जाओगे हमारी भी याददाश्त कमज़ोर है,,,,,
कुछ लोग बस चेहरे से साफ होते है असल में सबसे बड़े धोखेबाज होते है,,,,,
घमंड में रहने वाले लोग हमसे दूर रहें तो अच्छा है,,,,,
जिंदगी में एक ही असूल रखो यारी में गद्दारी नही ओर गद्दारो से यारी नही,,,,,
शब्द नहीं बोलते साहब वक़्त बोलता हैं.,,,,,
आँसू आए तो खुद पोछना कोई और पोछेगा तो 'सौदा' करेगा,,,,,
ये मत सोचना की भूल गया होगा नाम, चेहरे और औकात सबकी याद है,,,,,
वक़्त आने दो जवाब भी देंगे हिसाब भी देंगे,,,,,
सुना हैं फालतू की अकड हैं तुम्हारे अंदर आओ जरा सामने उसे तोड़ कर बताता हूं.,,,,,
अच्छा नही अजीब हूं मै बच्चा नही बदतमीज हूं मै,,,,,
'पैसा' हैसियत बदल सकता हैं औकात नहीं,,,,,
ज़िद, जुनून और जज्बातों से भरा हूं मैं बोहोत अच्छा और अच्छा खासा बुरा हूं ,,,,,
लापरवाही ही भली है जनाब परवाह करो तो लोग सस्ता समझ लेते हैं,,,,,
कबर और कदर कभी जीते जी नही मिलती..,,,,,
बेवजह है तभी तो दोस्ती है वजह होती तो व्यापार होता,,,,,
बोलता कम हु..पर, लोगों को चुप करवाने का हुनर आता है मुझे ,,,,,
मुझे समझने के लिए आपका समझदार होना जरूरी हैं ,,,,,
शेर को जगाना और हमे सुलाना किसी के बस की बात नहीं,,,,,
पूरा जंगल में सन्नाटा छाया हैं, एक घायल टाइगर लौट कर वापस आया हैं,,,,,
समझदार लोग बोलते कम.. मगर खेल अच्छे से खेलते हैं,,,,,
इंसान खुद की गलती पर अच्छा वकील बनता है और दुसरो की गलती पर सीधा जज बन जाता है.,,,,,
दुनिया जिस मुकाम पर झुकती है मुझे जिंदगी में वही मुकाम हासिल करना है,,,,,
हम भी नही पहचानते उनको दौलत का घमंड हो जाता है जिनको,,,,,
दौलत तो विरासत में मिलती है, लेकिन पहचान अपने दम पर बनानी पड़ती है ,,,,,
जिनके मिज़ाज़ दुनिया से अलग होते है, महफ़िलो में चर्चे उनके गज़ब होते है,,,,,
रहते हैं आस-पास ही लेकिन साथ नहीं होते, कुछ लोग जलते हैं मुझसे बस खाक नहीं होते,,,,,
जो सुधर जाए वो हम नहीं,और हमे कोई सुधार दे, इतना किसी में दम नहीं,,,,,
तेरी Ego तो दो दिन की कहानी है, But मेरी अक्कड़ तो खानदानी है,,,,,
अंदाज थोड़ा अलग रखता हूं, शायद इसीलए में लोगों को गलत लगता हूं,,,,,
तभाही का दौर है साहब, शांति की उम्मीद हमसे ना रखिये,,,,,
तुम तमाशा कर लो..मौके पर खेल हम खत्म करेंगे ,,,,,
ना किसी से डरते हैं, ना किसी से जलते है, बस अपनी जिंदगी में अपने हिसाब से चलते है,,,,,
पैदा तो में भी शरीफ हुआ था, पर शराफत से अपनी कभी नही बनी,,,,,
वक्त का इंतजार कीजिये जनाब वादा हैं, बोहोत बेहतरीन नजारा दिखाएंगे,,,,,
मरम्मत चल रही है जिंदगी की जल्द ही उठेंगे नया तूफान लेकर,,,,,
जब बुरे हालात घेर लेते हैं तो अपने भी नजर फेर लेते है ,,,,,
काटने की औकात ना हो, तो भौकना भी मत ,,,,,
बदल गए हम क्योंकि बात औकात तक आ गयी थी,,,,,
मैं दिल का बहुत साफ हूं बस जुबान की गारंटी नहीं ले सकता,,,,,
लोगों का खून जलाने के लिए हमारा हँसना ही काफी है,,,,,
कद्र किजिए हमारे खामोशी की हम आपकी औकात छुपाए फिरते है,,,,,
खुद पर यकीन है मैं औरों के भरोसे नहीं जीता ,,,,,
खडा हूं खुद के साथ पसंद नही है मुझे मतलब का हाथ,,,,,
जब बुरे हालात घेर लेते हैं तो अपने भी नजर फेर लेते है,,,,,
जिस दिन सब्र करना छोड़ देंगे उसी दिन सबका गुरूर तोड़ देंगे,,,,,
सिर्फ सुनो मत सुना भी दो, कोई हद पार करे तो उड़ा भी दो,,,,,
हम समंदर हैं, हमें खामोश ही रहने️ दो ज़रा मचल गये,तो शहर ले डूबेंगे,,,,
माना की तू शेर है पर ज्यादा उछल मत, हम भी शिकारी हैं ठोक देंगे,,,,,
बस इतनी सी बात पर हमारा परिचय तमाम होता है, हम उस रास्ते नही जाते जो रास्ता आम होता है,,,,,
फितरत में ही नहीं है हर किसी का हो जाना, वरना न प्यार कि कमी थी न प्यार करने वालों की,,,,,
हम आज भी अपने हुनर मे दम रखते है, होश उड़ जाते है लोगो के जब हम कदम रखते है.,,,,,
जिसने अदा सीख ली गम में मुस्कुराने की,उसे क्या मिटाएगी साजिशे जमाने की,,,,,
हम कोई शायर नही जो किताब लिखेंगे, हम बादशाह हैं जब भी लिखेंगे इतिहास लिखेंगे,,,,,
तेरी मोहब्बत को कभी खेल नही समझा, वरना खेल तो इतने खेले हैं कि कभी हारे नही,,,,,