खामोशियाँ बोल देती हैं जिनकी बाते नहीं होती , इश्क़ वो भी करते हैं जिनकी मुलाक़ाते नहीं होती,,,,,,,
मत पूछ मेरे जागने की वजह, ए चाँद तेरा ही हमशक्ल है जो मुझे सोने नही देता.,,,,,,,
ऐसा-वैसा नहीं बेहद और बेशुमार चाहिये... मुझे तुम... तुम्हारा वक्त... और तुम्हारा प्यार चाहिये,,,,,,,
प्यार भी कितना अजीब होता है न , वो चाहे कितनी भी तकलीफ दे पर सुकून उसी के पास मिलता है,,,,,,,
मुस्कुरा जाता हूँ अक्सर गुस्से में भी तेरा नाम सुनकर , तेरा नाम से इतनी मोहब्बत ही तो सोच तुझसे कितनी होगी,,,,,,,
खुशिया मांगी थी मैंने खुदा से अपने लिया और देखो न मुझे तुम मिल गए,,,,,,,
एक तो मेरा एकलौता प्यार.... ऊपर से तेरे नखरे,,,,,,,
लोग आज कल मेरी ख़ुशी का राज़ पूछते है , इजाज़त हो तो तुम्हारा नाम बता दू,,,,,,,
कितना प्यार करते है तुमसे ये कहा नहीं जाता, बस इतना जानते है बिना तुम्हारे रहा नहीं जाता,,,,,,,
दिल में फीलिंग्स का समुन्दर आता है जब आपका रिप्लाई एक मिनट के अंदर आता है,,,,,,,
खुद ही पागल करते हो फिर कहते हो पागल हो तुम,,,,,,,
सुनो जान तुम मेरी पहली और आखरी पसंद नहीं बल्कि तुम मेरी एकलौती पसंद हो,,,,,,,
ज़िन्दगी के हर मोड़ पर तुम साथ रहना , चाहे दूर रहो पर हमेशा दिल के पास रहना,,,,,,,
कुछ तो सोचा होगा किस्मत ने तेरे मेरे बारे मैं, वरना इतनी बड़ी दुनिया में तुमसे ही मोहब्बत क्यों हुई,,,,,,,
तेरी यादे.... तेरी बाते.... बस तेरे ही फ़साने हैं... हाँ हम क़ुबूल करते हैं हम तेरे ही दीवाने .,,,,,,,
किसी को भी नहीं चाहा मेने एक तुझे चाहने के बाद,,,,,,,
तुम किताब-ए-इश्क़ तो बनो, पन्नो पर मोहब्बत हम भर देंगे,,,,,,,
सुकून क्या है हम नहीं जानते, शायद ये वो है जो आपको याद कर के मिलता है,,,,,,,
सुनो, अपनी हद में रहो, बेहद याद आने लगे हो तुम,,,,,,,
सच्चे रिश्ते कुछ नहीं मांगते, सिवाय वक़्त और इज्ज़त के,,,,,,,
हम दोनों एक ही किताब में रहेंगें, तुम गुलाब के जैसे, मैं खुशबू की तरह.,,,,,,,
सफर बहुत कठिनाई से भरा था, तुमने हाथ थामा और खूबसूरत हो गया,,,,,,,
कहा ना,सुकून मिलता है जब-जब तुम्हें सोचते हैं,,,,,,,
नाम तेरा ऐसे लिख चुके है अपने वजूद पर, कि तेरे नाम का भी कोई मिल जाए….तो भी दिल धड़क जाता है,,,,,,,
“तुम मेरी ज़िंदगी की वो ख़ुसी हो जिसे मैने अपनी हर दुआ मे मागा है,,,,,,,
इजाजत हो तो मैं भी तुम्हारे पास आ जाऊँ, देखों ना चाँद के पास भी तो एक सितारा है,,,,,,,
मैंने जब भी रब से गुजारिश की है, तेरे चहेरे पे हँसी की सिफारिश की है,,,,,,,
गलत सुना था कि मोहब्बत आँखों से होती है, दिल तो वो भी चुरा लेते है जो पलकें नहीं उठाते है,,,,,,,
उसने पूछा क्या पसंद है, तुम्हें ? में बहुत देर तक उसे देखता रहा,,,,,,,
ज़रूरी नहीं हर गिफ्ट कोई चीज़ ही हो, प्यार, केयर, रेस्पेक्ट भी अच्छा गिफ्ट ही है ,,,,,,,