गुजर रही है ज़िदगी, कुछ ऐसे मुकाम से, की अपने ही दूर हो रहे है, ज़रा से जुखाम से .
अहमियत हैसियत को मिलती है, और हम हैं कि जज्बात लिए फिरते हैं!.
👀 नज़र और नसीब का भी क्या इत्तेफाक है यारों, नज़र 👀 उसे ही पसंद करती है जो नसीब में नहीं होता !.
जिस सच को सही वक्त पर न बताया जाए, वो एक दिन झूठ बन जाता है!.
“तू करता वोह है जो तू चाहता है , पर होता वोह है जो अल्लाह चाहता है .
इश्क का जिसको ख्वाब आ जाता है, समझो उसका वक़्त खराब आ जाता है; .
दूसरी मोहब्बत अक्सर उसी से होती है.. जिसे आप पहली मोहब्बत का रोना सुना रहे होते हैं
इजहार ए मोहबत बेधड़क होनी चाहिए, इश्क़ हो जा चाय ☕ कड़क होनी चाहिए।
एक अधूरे इश्क की दास्तां हम भी सुनाएंगे, रुको ज़रा दिल टूटने दो फिर बतायेगे
अगर , मगर , और काश में हूँ, मैं ख़ुद अपनी तलाश में हूँ ,,
तूफान में कश्तियाँ और घमंड में हस्तियाँ डूब जाती हैं ,,
कोई कसर न छोड़ी थी तुम्हे खुश रखने में, मुझे क्या पता था तुम्हे इश्क़ से ज्यादा दौलत पसन्द है ,
युं तो गलत नही होते, अंदाज चेहरों के लेकिन लोग वैसे भी नहीं होते, जैसे नजर आते है ,
मुझे दोस्ती करनी हैं ⏰वक़्त के साथ, सुना हैं ये अच्छे अच्छे को बदल देता हैं, ,
जब अपने ही परिंदे किसी और के दाने के आदी हो जाए, तो उन्हें आजाद कर देना चाहिए ,