दुश्मनों को #जलाना और #अच्छे लोगों को #_दोस्त बनाना #आदत है #हमारी जब #दिल ठीक_था, तब #सिर्फ_एक #लड़की से प्यार था, अब #टूट गया है, तो जितने #टुकड़े उतनी #लड़कियाँ.,,,
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हिचकियां_रूक ही #नहीं_रही हैं #आज, पता_नहीं #हम किसके #दिल में #अटक_गए हैं,,,
हमारा नाम इतना भी #_कमजोर नही है कि, दो_चार “कुत्तों” के #भौंकने_ से #बदनाम हो जाये..,,,
सुन_छोरी अगर #तु मान गयी तो #डोली “सजा” कर _लेने आउन्गा औऱ #जो_तुम नही #मानी ना तो “कसम” से उठा कर #ले_जाउगा.,,,
सुन.! #मेरे_गर्दन की “नस” भी मेरे जैसी #अकड़ती जा रही है #क्योंकी आज तक हमने किसी के सामने #सर नहीं #झुकाया.,,,
शोहरत तो #_बदनामी से #मिलती है… क्योंकि यहाँ #लोग_बदनामी के किस्से कान लगाकर #सुनते हैं…,,,
मैं जब तक शराफत में रही तब तक हर पल आफ़त में रही,,,
जिम्मेदारियां भी एक इम्तेहान होती है,,जो निभाता है न उसी को परेशान करती हैं,,,
दिखाकर Attitude कर दिया Block उसने चन्द मिनटों में ,वक्त ले रहा है हिसाब मेरी जुदाई का अब उससे दिन और घन्टों में,,,
दाढ़ी रखने से हमे>> “देवदास” मत, समझ #Pagli, दाढ़ी #रखना भी #हमारा एक #_Style है,,,
दहशत “गोली” से नही हम #दिमाग से करते हैं, जरूरी नहीं की #आग से “जले” #कुछ_लोग तो #हमारे_नाम से भी जल जाते है,,,
तेरे बाद किसी को प्यार से ना देखा हमने. हमे इश्क का शौक है, आवारगी का नही,,,
तू __बदनाम न हो इसलिए #जी_रहा हूँ – अब तक वरना, मेरी “जान” तेरी #कसम मरने का ‘इरादा’ तो #रोज होता हैं.,,,
तुम भी समझ रहे हो…हम भी समझ रहे हैं… फिर दिल के सवालों में क्यों हम उलझ रहे हैं,,,
जिस_दिन अपना >> #सिक्का चलेगा, उस दिन #बादशाह तो क्या..?? उसका #बाप भी हमे “सलाम” ठोकेगा,,,
छोटे लोग और छोटे नोट ही मुसीबत में काम आते हे मै भी इन्ही मे से एक हूँ व्यवहार बनाए रखे,,,
ख़ौफ़ और #खून हमेशा #आँखों में रखो, क्योंकि #हथियारों से “सिर्फ” #_दुश्मनो की “हड्डिया” xx टूटती है, #हौसले नहीं.,,,
क्या प्यार… क्या खोना … और फिर क्या रोना धोना …… साला इससे अच्छा single ही होना,,,
कुछ इसलिए भी खामोश रहती हूँ कि जब बोलती हूँ तो धजियाँ उड़ा देती हूँ,,,
किसी को इतना भी मजबूर ना करो कि उसकी ख़ामोशी टूटे और वो तुम्हारी धज्जियाँ उड़ा दे,,,
कदर होती है इंसान की जरुरत पड़ने पर ही, बिना जरुरत के तो हीरे भी तिजोरी में रहते है,,,