लौट के आया हूं हिसाब करके जाउंगा, हर एक को उसकी औकात दिखाके रहूंगा..
हमारी अदालत में वकालत नही होती और सजा हो जाये तो जमानत नही होती..! .
हो सके तो दिल में रहना सीखो गुरूर में तो हर कोई रहता है .
सीधी सी बात है यार तुम बिछड़ गए... और हम बिगड़ गए | .
सही वक़्त आने पर करवा देंगे हदों का एहसास कुछ तालाब खुद को समंदर समझ बैठे हैं.
जरूरी नही की सब की नजरों में अच्छे बनो ,कुछ लोगो की नजरों में खटकने का मजा ही कुछ ओर है.
यू ना कहो के ये किस्मत की बात है... मुझे बर्बाद करने में तुम्हारी भी हाथ है...
कुछ लोगो की सोच चाय में डूबे बिस्कुट की तरह होती है...कब गिर जाए पता ही नही चलता!
शेर के खामोश हो जाने से जंगल कभी कुत्तो का नही हो जाता
हमारी अफवाह के धुंए वही से उठते है जहाँ हमारे नाम से आग लग जाती है..
एक दिन अपनी भी #Entry शेर जैसी होगी.. जब शोर कम और खौफ ज्यादा होगा
लोग भी कमाल करते है, जवाब जानते हुए भी सवाल करते है!
हक़ से दो तो तेरी नफरत भी कुबूल है, खैरात में तो हम तुम्हारी मोहब्बत भी न लें.
में तो वक्त से हारकर बैठा था, आंखे खोलकर सामने देखा, कुछ लोग खुद को बादशाह समझ बैठे थे..! .
कुत्ता है तू भोका कर दहाड सिर्फ हमारी पेहचान है...
राज तो हमारा हर जगह पे है, पसंद करने वालों के दिल में और नापसंद करने वालों के दिमाग में..!!
'इग्नोर करने वाले भी याद करेंगे, जरा वक़्त को हालात तो बदलने दो
जमाने में इतना दम कहा जो हमे मिटायें, जमाना हमसे है हम जमाने से नही
हम बादशाहो के बादशाह हैं, ये गुलामो वाली हरकत हमसे नहीं होती
किसी से मिलो तो दूर की यारी रखना, सीने से लगाने वाले अक्सर जान लेवा होते है!
अब खेल ताक़त से नहीं, दिमाग से खेला जाएगा।
दोस्ती भी वही अच्छी होती है जहा कुछ बोलने से पहले सोचना ना पड़े।
ना बिका हूं, ना कभी बिक पाउंगा, ये मत समझना की में भी औरों जैसा हूं
हमारी हस्ती मिटाने के चक्कर मे न जाने कितनों के वजूद मिट गए ।
बस यहीं बात लोगों को बतानी हैं, मेरी हर ख़ामोशी के पीछे एक " कहानी" हैं.
औकात सोच से बनती है, पैसों से नही
सुना था लोगों से की वक्त बदलता है, अब वक्त ने बताया की लोग भी बदलते है
दुश्मनों मेरी किस्मत से जलना छोड दो में घर से दवा नही, माँ की दुआ लेकर निकलता हूं.
मैं बदनाम हु हर जगह ये पैगाम पंहुचा जहा मैं नहीं पहुचा वहा मेरा नाम पहुचा ,,
पहले में भी खिलाडी था, अब पूरा खेल हूँ,,
कुछ नही भुले हम बस मौके का इंतजार कर रहे है.
खामोश हूँ बेजुबान नहीं, 'शिकारी' हूँ किसी का शिकार नहीं
आदत हमारी खराब नहीं, बस जिंदगी थोड़ी रॉयल जीते हैं
हमसे दूर रहा करो, लोग हमें मतलबी कहते हैं.
जहां गलती न हो वहाँ झुको मत और जहां इज्ज़त न हो वहाँ रुको मत!
कुछ लोग अनोखे होते हैं, सामने हंसते पीछे डसते हैं
वैसे दुश्मनी तो हम कुत्ते से भी नहीं करते है, पर बीच में आ जाये तो शेर को भी नहीं छोड़ते.
तुम दिमाग की बात करते हो यहाँ दिल से भी सर फिरा हु मैं